मेरे सामने वाली गैलरी में
Mere samne vali gallery me

मेरा नाम राज है, मैं पुणे महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ।
दोस्तो, मैं 25 साल का एक अच्छी पर्सनैलिटी वाला इंसान हूँ।
यहाँ पर कहानियाँ पढ़ते-पढ़ते मैंने भी सोचा कि मैं भी अपनी जिंदगी की एक हसीन कहानी आपके साथ शेयर करूँ…
बात एक साल पहले की है…
जब मैं अपनी पढ़ाई पूरी करके पुणे में जॉब सर्च करने आया था। हम तीन दोस्तो ने एक फ्लैट रेंट पर लिया था।
हमारे फ्लैट के सामने एक लड़कियों का समूह भी रहता था। उनमें से दो जॉब करती थीं और दो पढ़ाई करने आई थीं और पास के कॉलेज में
ही पढ़ती थी।
उनके और मेरे फ्लैट की गैलरी आमने-सामने थी, मैं अक्सर शाम में गैलरी में खड़ा रहता था।
फोन पर भी बात करने के लिए गैलरी में आता था। कई बार सामने वाली लड़कियाँ भी गैलरी में रहती थीं…
उन चारों लड़कियों में से दो तो कमाल थीं, एक गोरी चिकनी थी लेकिन उसकी हाइट कम थी पर उसके बूब्स तो कमाल थे।
वो टॉप पहनती थी तो उसके बूब्स साफ दिखाते थे, उसकी फिगर भी कमाल थी ३४-२६-३६ की तो होगी, लेकिन अफ़सोस उसका बाय्फ्रेंड था, वो जब भी गैलरी में आती थी फोन पर किसी से बातें करती रहती थी।
और दूसरी जो दिखने में ज़्यादा गोरी तो नहीं थी, पर उसकी भी फिगर कमाल थी। वो हमेशा डीप नेक का टॉप पहनती थी, जिससे उसकी क्लीवेज साफ दिखती थी।
मैं जब भी गैलरी में जाता था, तो गैलरी में ही रहती थी और मैं उसे देखता था।
एक दिन रात में मैं अपने दोस्त से बात करने के लिए गैलरी में गया तो वो भी उसकी गैलरी मे खड़ी थी।
हमारी 2-3 बार नजरें मिली तो मैंने उसे हेलो किया और हाथ हिलाया। उसने देखा, लेकिन कुछ रिप्लाई नहीं दिया।
मेरे दोस्त से बात होने के बाद मैं वहीं खड़ा था। पाँच मिनट बाद वो अंदर जाने लगी तो मैं उसे ही देख रहा था।
जाते-जाते उसने हेलो किया और अंदर चले गई।
मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया था…
2 दिन बाद बारिश हो रही थी। मैं गैलरी में खड़ा था और बारिश के मज़े ले रहा था। मेरी नज़र सामने वाली टेरेस पर गई तो मैंने देखा की वहीं लड़की टेरेस पर है और बारिश में नहा रही है…
मैं टाइम वेस्ट ना करते हुए सीधा टेरेस पर गया तो वो बारिश में नहा रही थी।
मैंने उसे हेलो किया तो उसने मेरी और देखा लेकिन कुछ रिप्लाई नहीं किया, थोड़ी देर में बारिश कम हो गई तो मैंने उसे इशारों मे कहा कि बारिश कम हो गई, अब मज़ा नहीं आ रहा… उसने एक स्माइल दी और इशारों में बोली – रूको, थोड़ी देर में आएगी।
मुझे रिप्लाई मिलने लगा तो मैं खुश हो गया और उससे उसका नाम पूछा – उसने अपना नाम मोनिका (बदला हुआ नाम) बताया।
अब मैंने उससे मोबाइल नंबर पूछा तो उसने पहले मेरा नंबर पूछा। मैंने उसे इशारों मे नंबर दिया तो उसे मुझे मिस कॉल दिया।
मैंने उसे कॉल किया और हम एक बातें करने लगे…
उसने बताया, उसका नाम मोनिका है और वो पास ही के एक कॉलेज में पढ़ती है। उसने ये भी बताया कि वो नागपुर की है।
मैंने उसकी तारीफ की और बोला – तुम बहुत सुंदर हो!!!
उसने – थैंक्स बोला और बोला तुम भी बहुत हैंडसम हो…
मैंने भी उसे थैंक्स बोला।
बारिश तेज हो गई थी, हम बारिश के मज़े ले रहे थे…
उसका टॉप पूरा गीला हो गया था और उसके शरीर से चिपक रहा था। उसमें से उसके बूब्स दिख रहे थे और ब्रा का कर्व भी दिख रहा था।
मैंने देखा वो थोड़ा शरमा रही थी।
शाम हो गई थी और हम पूरा भीग भी गये थे, तो उसने बोला – नीचे जाते है।
हम नीचे आ गये, पाँच मिनट बाद वो ड्रेस चेंज करके गैलरी में आ गई और अपने बाल सुखाने लगी, मैंने उसे कॉल किया और बोला – तुम खुले बालों में बहुत सुंदर दिखती हो…
उसने स्माइल दी और बोली – मुझे अभी जाना है, हम कल बात करेंगें…
दूसरे दिन मैंने उसे कॉल किया तो उसने बोला कि वो कॉलेज में है और अभी ब्रेक हुआ है।
मैंने उसे कॉलेज के बाहर बुलाया और हम बातें करने लगे, मैंने उसे कॉफी के लिए पूछा तो उसने पहले मना किया, लेकिन मेरे ज़ोर देने पर मान गई, फिर हम कॉफी शॉप गये और बातें करने लगे।
वो – तुम्हारी गर्लफ्रेंड है क्या?
मैं – नहीं।
वो – क्यूँ?
मैं – ऐसे ही, कभी ऐसा लगा ही नहीं कि किसी को गर्लफ्रेंड बनाना चाहिए।
मैं – तुम्हारा बॉय फ्रेंड है।
वो – नहीं…
मैं – क्यूँ?
वो – अभी तक घर पर थी और पापा को ये सब पसंद नहीं था।
मैं – तो अब तो तुम घर से बाहर हो।
वो – नहीं, मैं यहाँ पढ़ाई करने आई हूँ, और उसने एक स्माइल दी।
वो – चलो मेरे ब्रेक का टाइम हो गया, मुझे जाना होगा।
मैं – चलो, तुम्हें कॉलेज तक छोड़ देता हूँ।
मैंने उसे कॉलेज तक ड्रॉप किया।
फिर हम रोज़ फोन पर बात करते थे। धीरे-धीरे वो खुलने लगी थी और हम रात को थोड़ी नॉटी बातें भी करते थे…
मैं – कहाँ पर हो?
वो – बेड पर लेटी हूँ…
मैं – क्या पहना है?
वो – नाइट ड्रेस…
मैं – ब्रा पहना है क्या?
वो – हाँ।
मैं – नाइट ड्रेस का टॉप उतार दो ना प्लीज़।
वो – नहीं।
मैं – प्लीज़।
वो – ठीक है, लो।
मैं – नहीं उतारा, तुम झूठ बोल रही हो।
वो – उतार दिया ना, बाबा।
मैं – तो एक काम करो एक मिनट गैलरी में आ जाओ।
वो – पागल कहीं के, मैं नहीं आ रही…
मैं – प्लीज़।
वो – नहीं…
मैं – तुम्हें मेरी कसम।
वो – ठीक है…
फिर वो गैलरी में आ जाती है, उसके बाल खुले थे और वो ब्रा में थी…
वो अपने बालों से बूब्स छुपा रही थी तो मैंने उसे बाल पीछे करने को कहा, पहले तो वो मना करने लगी पर फिर मान गई…
वो ब्रा में एकदम माल लग रही थी, उसके बूब्स ब्रा से बाहर आ रहे थे, मेरा लंड तो वहीं खड़ा हो गया था…
मन तो कर रहा था अभी जाकर उसके बूब्स दबा डालूं और उसका सारा दूध पी लूँ, लेकिन मैंने अपने आप को कंट्रोल किया…
फिर वो अंदर चली गई और हमने रात भर फोन सेक्स किया…
कहानी जारी रहेगी…